( कई दिनों से अस्वस्थता के कारण मैं कुछ नहीं लिख पाई हूँ, न ही पढ़ पाई हूँ, पर आज बिना लिखे न रह पाई और कुछ पंक्तियाँ लिख ही डाली )
" होली " दिन हो होली या कि दिवाली ,
रहता था न दिल कभी खाली ।
चटक रंग बसता ह्रदय में ,
उसे उतारूँ कैसे नयनो में ।
देखि ज्यों मैं सरसों पीली ,
याद दिला गई बरसों की होली ।
बसंत बयार न लागता मुझको ,
कूक कोयल भी न भाये अब तो ।
नींद खुली बस आहट पाकर ,
कहा कोई कानों में गाकर ।
फागुन में मैं चातक बनकर ,
आया हूँ सजनी के दर पर ।।
-कुसुम ठाकुर -
26 comments:
होली के पावन अवसर पर बहुत ही बढ़िया कविता लगी , आपको होली की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।
मिथिलेश ,
तुम्हें होली की बहुत बहुत बधाई और आशीर्वाद !!
आपको तथा आपके समस्त परिजनों को होली की सतरंगी बधाई
आपको तथा आपके समस्त परिजनों को होली की सतरंगी बधाई
आपको होली की अनेक शुभ कामनाएं ।
होली के रंग आपके जीवन को रंगीन बनायें ।
शुभकामनाएं कि जल्दी पूर्ण स्वस्थ हों तथा होली की हार्दिक बधाई.
bahut sundar........happy holi.
होली पर बेजोड़ कविता कही है आपने कुसुम जी...आप और आपके परिवार होली की ढेरों शुभ कामनाएं...शीघ्र स्वास्थ्य लाभ करें...
नीरज
holi to akar chali jayegi,par unki yadein reh reh kar ayengi
आप और आपके परिवार को होली की शुभकामनाएँ...nice
कुसुम जी आपके पूर्ण स्वास्थ्य लाभ की शुमकामनाओं सहित होली की मंगलकामनाएं.
आपको और आपके परिवार को होली पर्व की हार्दिक बधाइयाँ एवं शुभकामनायें!
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए तो
तो होठ घुमा सिटी बजा सिटी बजा के
बोल बहिना "आल इज वेल"
हेपी होली .
जीवन में खुशिया लाती है होली
दिल से दिल मिलाती है होली
♥ ♥ ♥ ♥
आभार/ मगल भावनाऐ
महावीर
हे! प्रभु यह तेरापन्थ
मुम्बई-टाईगर
ब्लॉग चर्चा मुन्ना भाई की
द फोटू गैलेरी
महाप्रेम
माई ब्लोग
SELECTION & COLLECTION
swasth rahiye, inhi shubhkamnao ke saath badhaiyaan...
हैप्पी होली..........."
प्रणव सक्सैना
amitraghat.blogspot.com
होली की बहुत-बहुत शुभकामनायें.
नींद खुली बस आहट पाकर ,
कहा कोई कानों में गाकर ।
फागुन में मैं चातक बनकर ,
आया हूँ सजनी के दर पर ।।
bahut umda likha hai ,man ko bha gaya ,holi mubaarak ho
होली में डाले प्यार के ऐसे रंग
देख के सारी दुनिया हो जाए दंग
रहे हम सभी भाई-चारे के संग
करें न कभी किसी बात पर जंग
आओ मिलकर खाएं प्यार की भंग
और खेले सबसे साथ प्यार के रंग
Kusum Ji,
sunder rachana hai.....
HOLI KI AAPKO SHUBH KAAMNAYEIN - SURINDER RATTI
होली पर आपकी पंक्तियाँ प्रभावशाली है
बहुत बधाई आपको.
nice........
आपको होली की अनेक शुभ कामनाएं
देखि ज्यों मैं सरसों पीली ,
याद दिला गई बरसों की होली ।
बसंत बयार न लागे मुझको ,
कूक कोयल भी न भाये अब तो ।
पीला रंग उत्साह देता है ,
और हवा से बचना नहीं हो पायेगा
स्वस्थ होना है जल्दी तो इन हवाओं में घूमें पर एहतियात से..
अच्छी रचनाएं..
रंग पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं..आपको और आपके परिवार को..
शीघ्र स्वास्थ्यलाभ के लिये शुभकामनायें ।
आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद !!
आहा! क्या बात है।
bahut sundar..
geet sa laga hai padh kar..
virah aur prateeksha ka sundar varnan mila dekhne ko..
aabhaar..
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