Thursday, May 17, 2012

उसे तोड़ खुश होता क्यूँ है ?


"उसे तोड़ खुश होता क्यूँ है"

जो आता है जाता क्यूँ है ?
और बेबस इतने पाता क्यूँ हैं ? 

 सज़ा मिले सत्कर्मों की 
यह सोच हमें सताता क्यूँ है ? 

सच्चाई की राह कठिन है 
उसपर चलकर  रोता क्यूँ है ? 

है राग वही रागनी भी वही 
फिर गीत नया भाता क्यूँ है ? 

ममता तो अनमोल है फिर 
  वंचित उससे रहता क्यूँ है ? 

माली सींचे जिस सुमन को   
उसे तोड़ खुश होता क्यूँ है ?

प्यार कुसुम सच्चा जो कहो 
प्रतिबन्ध लगाता क्यूँ है ?   

-कुसुम ठाकुर-

6 comments:

  1. कठिन प्रश्न हैं!

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  2. प्यार कुसुम सच्चा जो कहो
    क्या जाने प्रतिबन्ध क्यूँ है ?

    इन प्रश्नों में ही जीवन ... सुंदर अभिव्यक्ति

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  3. है राग वही रागनी भी वही फिर गीत नया भाता क्यूँ है ?

    बहुत भावपूर्ण
    मोहब्बत की राहों पे चलना संभल के
    यहाँ जो भी आया गया हाथ मल के

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  4. बहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
    मेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।

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  5. Sach hi sab ko bhata hai isiliye todha bhi jata hai.

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  6. सार्थक प्रश्न हैं ... सुंदर प्रस्तुति

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