"दुःख के दिन भी कट जायेंगे"
सुख के दिन न रहे सदा तो
दुःख के दिन भी कट जायेंगे
भाग्य समझ मनमीत मिले तो
सहज सफ़र फिर हो जायेंगे
जीवन में सद्भाव अगर हो
भाव प्रेम के क्यूँ कम होंगे
एक है मांझी नाव कई है
धैर्य धरो हम नाव चढ़ेंगे
भाग दौड़ है इस जीवन में
ठहरावों पर गले मिलेंगे
-कुसुम ठाकुर-
भाग दौड़ है इस जीवन में
ReplyDeleteठहरावों पर गले मिलेंगे
सचमुच कुसुम जी - प्रायः हम सभी इसी ठहराव की तलाश में तो रोज भाग रहे हैं और सारी दुनिया में भागमभाग मची है। बहुत खूबसूरत रचना नूतन आशाओं का संचार करती - वाह - क्या बात है?
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
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भाग दौड़ है इस जीवन में
ReplyDeleteठहरावों पर गले मिलेंगे
बस इसी ठहराव का इंतज़ार है ..सुन्दर रचना
सुख के दिन न रहे सदा तो
ReplyDeleteदुःख के दिन भी कट जायेंगे ||
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ||
बधाई ||
komal abhivyakti.
ReplyDeleteसुख के दिन na रहे सदा तो
ReplyDeletedukh के दिन bhi कट jayenge
.............................sundar bhavon ki rachna
कुसुम जी,
ReplyDeleteआरजू चाँद सी निखर,
जिन्दगी रौशनी से भर जाए,
बारिशें हो वहाँ वे खुशियों की,
जिस तरफ आपकी नजर जाए।
जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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कुसुम जी
ReplyDeleteसर्वप्रथम
जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां और शुभकामनाएं !
रचना बहुत सुंदर है
सुख के दिन न रहे सदा
… तो दुःख के दिन भी कट जाएंगे
बहुत भावपूर्ण !
आभार एवं हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
फूलो ने बोला खुशबू से
ReplyDeleteखुशबू ने बोला बादल से
बादल ने बोला लहरो से
लहरो ने बोला साहिल से
वोही हम कहते हें दिल से
जन्मदिन कि शुभ कामना
जन्मदिन की हार्दिक बधाइयां और शुभकामनाएं !
मेरी नई पोस्ट पर आपका स्वागत है!
ReplyDeleteमेरे मित्र सवाई सिंह राजपुरोहित के जन्मदिन पर विशेष पोस्ट पर आपका स्वागत है ..
कुसुम ठाकुर जी बहुत ही प्यारी रचना और सुन्दर सन्देश -शुभकामनाएं
ReplyDeleteजीवन में सद्भाव अगर हो
भाव प्रेम के क्यूँ कम होंगे
शुक्ल भ्रमर ५
bhag rahen hai bhag rahe hain
ReplyDeletekahan kyun nahi jante
bas bhag rahe hai bhag rahe hain.
kusum ji these are linesfrom my poem published in Bhor-hindi kavya sangrah.Duniya bhagam bhag men hi bhatak gayi hai.