Tuesday, June 23, 2009

मित्रता

मित्रता

किसी ने कहा
वह मेरा दोस्त है
मेरे बचपन का साथी
हम साथ पढ़े और बढे हैं
क्या इस उम्र मे अब
ऐसा साथी बन सकता है
मैं बोली यह न है सच
साथी या दोस्त
कब कहाँ मिल बन जाए
कहना बहुत मुश्किल है
हाँ सच्चा दोस्त
केवल किस्मत वालों
को ही मिलता है
चाहे बचपन मे मिले
या बुढापे मे।

-कुसुम ठाकुर-


4 comments:

  1. बहुत खूब।

    दोस्त कौन कब कहाँ मिलेंगे यह किस्मत की बात।
    सत्य वचन सच्चे दोस्तों का मिलना है सौगात।।

    सादर
    श्यामल सुमन
    09955373288
    www.manoramsuman.blogspot.com
    shyamalsuman@gmail.com

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  2. Didi ,
    R you talking about me ?? I mean we are more friends than sisters ...Sachche dost kab kahaan aur kis roop main mile ...keh nahin saktey !!!!

    Thats true !!!

    Binny

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  3. कविता के बहाने सुन्दर भावाभिव्यक्ती.
    ढेरो बधाई

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